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शुक्रवार, 17 अगस्त 2012

Mera Pyara Khwab *** मेरा प्यारा ख्वाब ***



सुनों ना
कुछ कहना है तुमसे
तुम क्यूँ इतना
दूर हो मुझसे
पता है कल रात
एक ख्वाब देखा मैंने..
जिसमे तुम हो ,,मै हूँ
और वो सुनहरी रंगबिरंगी संध्या
आकाश कुछ नारंगी , कुछ नीला
थोड़ा सा काला और कहीं - कहीं
पीला रंग लिए ,,,
मद्धिम रोशनी बिखेर रहा था..
और हम समुंद्र के कीनारे बैठे
आसमान की ओर ताकते
उन बदलते रंगों की गीनती कर रहे थे
जब भी गीनती में चुक होती
एक - दूजे को देख जोर - जोर से हँसते
कितना सुकूनभरा वो पल था
कितनी इक्छाएँ दबी थी मन में
कितनी शिकायते भी थी...
कभी तुम कहते कुछ..
कभी मै बताती कुछ...
हाय |||||
कितना खुबसूरत और
प्यारभरा वो पल था
सुनों ना ,,,
चलो अब जल्दी से
लौट आओ
इस ख्वाब को पूरा कर दो
कुछ पल अपने साथ
वो सुकूनभरे पल दे दो......




41 टिप्‍पणियां:

  1. ख़्वाब किसी के पूरे होना, इतना नही आसान
    यदि किसी के पूरे हो जाए,वह बड़ा भाग्यवान,,,,,

    जवाब देंहटाएं
  2. जल्द ही ख्वाब पूरे हों...
    :-) शुभकामनाएँ

    जवाब देंहटाएं
  3. जब भी गीनती में चुक होती
    एक - दूजे को देख जोर - जोर से हँसते
    कितना सुकूनभरा वो पल था....

    simply beautiful :)

    जवाब देंहटाएं
  4. ख्वाब तेरे हों या मेरे , सदा होते हैं पुरे
    इसे अंजाम तक, हौसला ले जाने का

    जवाब देंहटाएं
  5. बहुत प्यारा ख्वाब.... ईश्वर करे जल्द पूरा हो.

    जवाब देंहटाएं
  6. इतना प्यारा ख्वाब....पूरा ज़रूर होगा...

    सुन्दर!!!
    सस्नेह
    अनु

    जवाब देंहटाएं
  7. पता है कल रात
    एक ख्वाब देखा मैंने..
    जिसमे तुम हो ,,मै हूँ
    और वो सुनहरी रंगबिरंगी संध्या
    पता है न... सुना सुना आपके ख्वाब में हम भी हैं... बहुत सुन्दर रचना :)

    जवाब देंहटाएं
  8. कभी तुम कहते कुछ..
    कभी मै बताती कुछ...
    बहुत सुन्दर रचना
    .......................

    जवाब देंहटाएं
  9. सुनों ना ,,,
    चलो अब जल्दी से
    लौट आओ
    इस ख्वाब को पूरा कर दो
    कुछ पल अपने साथ
    वो सुकूनभरे पल दे दो...

    .......बहुत ही प्यारा ख्वाब हम प्रार्थना करते है .....पूरा ज़रूर होगा ....तारीफ के लिए हर शब्द छोटा है रीना जी - बेमिशाल प्रस्तुति - आभार.

    @ संजय भास्कर

    जवाब देंहटाएं
  10. बहुत सुनहरा सा ख्वाब....शानदार।

    जवाब देंहटाएं
  11. एक प्यारा सा ख्वाब ...!
    सुन्दर प्रस्तुति !
    आभार !

    जवाब देंहटाएं
  12. बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
    --
    इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (19-08-2012) के चर्चा मंच पर भी होगी!
    सूचनार्थ!

    जवाब देंहटाएं
  13. बहुत ही खुबसूरत ख्यालो से रची रचना......

    जवाब देंहटाएं
  14. बहुत सुन्दर .....ख्वाब सच भी हो जाते है ......

    जवाब देंहटाएं
  15. बहुत सुन्दर ख्वाब ,प्यारी सी रचना ...

    जवाब देंहटाएं
  16. बहुत प्यारी रचना रीना जी बहुत अच्छी लगी मुझे आपका ब्लॉग स्वरुप बहुत प्यारा लगता है इतने छोटे छोटे पंछी ऊपर से आते हुए ...वाह कितने प्यारे लगते हैं

    जवाब देंहटाएं
  17. बहुत सुंदर..कोमल अहसासों वाली, मासूम कविता...

    जवाब देंहटाएं
  18. अगर इस अंदाज़ से कोई बुलाये!
    तो कोई भी सर के बल आ जाए!
    खूबसूरत मंज़र गढ़ा है आपने!
    मुबारक!
    आशीष
    --
    द टूरिस्ट!!!

    जवाब देंहटाएं
  19. रीना जी, बहुत ही प्‍यारा ख्‍वाब संजोया है आपने।

    बधाई।

    ............
    हर अदा पर निसार हो जाएँ...

    जवाब देंहटाएं
  20. आज 20/08/2012 को आपकी यह पोस्ट (दीप्ति शर्मा जी की प्रस्तुति मे ) http://nayi-purani-halchal.blogspot.com पर पर लिंक की गयी हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .धन्यवाद!

    जवाब देंहटाएं
  21. भावनाओं की कोमल अभिव्यक्ति ...
    आप कामयाब हैं !

    जवाब देंहटाएं
  22. उत्तर
    1. क्या करूँ सर जी...
      जो जल्दी से सुधर जाए
      वो रीना नहीं न...
      धीरे -धीरे सुधरुंगी
      तब तक झेलिये...
      और सुधारिए...
      :-) :-)

      हटाएं
  23. अपनी नाकामी का एक ये भी सबब है ऐ दोस्त....!!!
    चीज जो भी मांगते है ..सबसे जुदा मांगते है.....
    .....बहुत खूबसूरत ...अनोखा अंदाज....अंतर्मन को सैलाब में लपेटता हुआ....बहुत बधाई.....!!!

    जवाब देंहटाएं

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