फ़ॉलोअर

गुरुवार, 13 अक्तूबर 2011

Diya Aur Bati दिया और बाती



एक दुजे बिन अधुरे हैं हम 
मै नहि तो वो रोशन हि नहि 
वो नहि तो मेरा अस्तित्व हैं कम
वो मेरी संगिनी हैं ,
वो मेरी साथी
मै दिया हु तो वो बाती...
दिया और बाती.....

रविवार, 9 अक्तूबर 2011

Intjar इंतजार



कब आएगा वो सुरज 
जो जीवन में उजाला लाए

कब आएगा वो दिन
 जो मेरे हर पल को चमकाये

कब आएगी वो संध्या 
जो मन शीतल कर जाए

कब आएगी वो तारो से सजी रात 
जो मेरे जीवन को भी सजाये 

कब आएगी वो घडी 
जो जीवन में रफ्तार लाए 

कब आएगी वो सडक
जो मुझे मंजिल तक पहूचाये
         
  इंतजार है मुझे हर उस मौके का 
  इंतजार है मुझे हर उस लम्हे का                                  
  इंतजार है मुझे उस हर एक पल का 
                                         
मेरे हर इंतजार में एक विश्वास है 
उस विश्वास पर मुझे ऐतबार है 
ऐतबार -ए-शमा कि लौ यु हि जलाउंगी
मंजिल को पाने का अथक प्रयास करती जाऊंगी 




Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...